करली से आँख सराबी, होगे से ठाठ नवाबी
हो उन दो गमा गमरे, नु गम से पाठन जो
पीली से याराने अट, पीछे पे नाचन जो
पीली से याराने अट
रुकते ना आज मलंगरे, चाहे आज हो जा जंगरे
जीशे लेने से यारों, लुटेंगे पूरे रंगरे
बोली पे बोली लागे, धरती न गटन जो
पीली से याराने अट, पीछे पे नाचन जो
पीली से याराने अट
फाद्या हो वै चेहाणी, आज तो वजबीनी प्याणी
धरती पे रो नग यारों, आज तो ल्याणी ये ल्याणी
रुकते ना आज किसे न माचे तो माचन जो
पीली से याराने अट, पीछे पे नाचन जो
पीली से याराने अट
जितने भी यारे प्यारे कर लो रह्वारे न्यारे
सपने अपने भाई के पूरे हो जाने सारे
दुले न गयल न चालो, बिलकुल ना नाठन जो
पीली से याराने अट, पीछे पे नाचन जो
पीली से याराने अज
कर लेंगे बात खोल के, उतल की डाट खोल के
साली आम बैठांगे रे, भाई के बाल जोल के
छाटे पर लाद फागना, बढिया रंग छाटन जो
पीली से याराने अट, पीछे पे नाचन जो
पीली से याराने अज