अल्गोरा प्राणी में खुणी रहा है अल्गोरा प्राणी में
हाँ सब के हुँ घब हरिया राँगान हमारे चाहे रमा
अहुलिये में जवनिया आयाईल हमार कहें रमा
भले ही से मना मर पागला बा तोरा चूनी में खुणी रंगला गला बा
अनचुन्दी में खुणी रंगला गला बा
अनचुनी में खुणी रंगला गला बा
अनचुनी में खुणी रंगला गला बा
देशी मुरेगी के अंडा हाचूजा भाई
तो हर दिबू कैसे खारो भूजा भाई
गाड़ा वालो ना काती गूजा भाई
बिचुकारी के प्यारी पूजा भाई
तब बबाल हो तू झूठ हो फेरा में
हो मा जाई ले न कोनो के देरा में
भारे कोटी पासूती टानला बा
तो ना नाया कि दाईल कि बागला बा
तोरा चूनी में खुनी रंग ला गलबा
तोरा चूनी में खुनी रंग ला गलबा
तो तो आर काई भटता है
कहां बुतल बदन के आगी हो
पिना बोईल क्या भोईल दागी हो
मन करो ता हमारो हमाँ भगी हो
रिट बोलो ना के तागा लागी हो
आकाम चौनी ना खानी कोलर से
प्यार कर ही चंदन जे डॉलर से
तेरे आसुपीरी आन्सु के जागलबा
तो रापे ही के सब तुख भागलबा
तो राचूनी में फुनी रमला गुलबा
देखो दर मत बला