प्रेम से बोलिये दुर्गा मैया की
अपना हाथे राज़ेटी
मैं की जूना आजी चढ़ाई
अपना हाथे राज़ेटी
संया जाता राथावे अकेले
मन का राता घूमे के मेले
संभिले चला हमारो के अपने
छोड़ा घरावा के सगरो जमेले
हम आहू चला हू तोहरा साथे राज़ाजी
मैं की जूना आजी चढ़ाई
अपना हाथे राज़ेटी
मैं की जूना आजी चढ़ाई
अपना हाथे राज़ेटी
पौर सल कहा नीता
बोला जाता राज़ेटी
बोला जाता राज़ेटी
बोला जाता राज़ेटी
बोला जाता राज़ेटी
काके तू बहाना साइया बात जानी टैला
चाले के मैं हर थोड़े समय निकाला
काके तू बहाना साइया बात जानी टैला
चाले के मैं हर थोड़े समय निकाला
जाकी तो कदीर हम जाते राजाजी
माई के चुनारी चड़ाई अपना थे राजाजी
माई के चुनारी चड़ाई अपना थे राजाजी
होई जागरात महिया जी के नव दिन हो
भजन गई है राज होके भगती में लीन हो
होई जागरात महिया जी के नव दिन हो
भजन गई है राज होके भगती में लीन हो
सिर्टू सांगे जैकारा लगा के राजाजी
आई के चुनारी चड़ाई अपना थे राजाजी