''Zindagi ke khel mein hai.''
उल्जने बड़ी बड़ी,
जिंदगी के खेल में है, उल्जने बड़ी बड़ी,
बिल्लीयों को आता देख,
बिल्लीयों को आता देख,
चूहों में खल बली,
इत राती इठलाती मदःोश,
जिंदगी,
इत राती इठलाती मदःोश, जिंदगी,
बनदगी,
सौपन के आकाश में उडती है जिंदगी,
छटपटाती बदधवास,
कैसे करें बनदगी,
सोच बार बार पच्चताती है जिन्दगी
जिन्दगी की खेल में है कोई जने बड़ी बड़ी
जुनिया एक सराय इसे घर मत समझना जो आया वो चाहेगा कोई भूल न करना
दर्द किसी को कभी भूल कर न देना
है
बिल्लीयो को आता देख
चूहों में खल्बली