एक गरगरगरगर गरगरगर
क्योंडि गरगरगरगर
मैं आपको कुम सुनना है
आजा दो आपसे
ए मंगरू चल्टी गो राबीन है
चल
ता आपन फोट़ि देले हैं हम ना अठराँ लें
मदे दो दनो
मां ले ले
मंगरू हम नमस लीले है
हम हुं लाल का मिल्चा लिए है
महमरू,
लाल मिल्चा नहीं खावा कर,
नहीं कुलवा कर बे,
गड़ीया भभाई
हम जन्जी रोल ले थे है
तो तब जन्जी रखा था
चल
यह देख चितरू मैं बड़ाग पायो
हाँ धाग महमू, बड़ाग पायो
बकिन तम्हारे प्छटको वहीं पाड़े है
खीवन
चल देख भाई
काहें भौजीया मावापे डालेलूडेरा
धेर जदी बोला गुता हो जाई जमेला
पीछे से देवारा, भाली चाही तुमें कोरा
भाली चाही तुमें कोरा भी चेस देवारा केसे पुछके भी न तरा तुलोगड़ी कोरा
अम के धाली ही कोरा
सुनोये देवारू
तू ता लागे लाची छोरा
सुनोये देवारू
सुनोये देवारू
ए...ए मंगरू, तै कै थू पा है ?
हम चाती पा है
हम छीलत हैं, तै जंगीरा निकार
हाँ, हाँ, हाँ
ए मंगरू, हैं चतकोयल पा देंके फेक दे था।
हाँ, फेक दे
भिजुलिया, भिजुलिया, ची तरुवग बियावा के हार होई
ठीझी पड़ो !!
तरभूजा तू क्हियाइदा इहो खरबोजा के स्वाद तू चीखाइदा
गंजी ओ चाही हमरा एक बोरा भोजी
चीखाइदा नहो अपने खरबोजा के स्वाद तू चीखाइदा नहो
अपने गंजी ओ के स्वाद तू चीखाइदा नहो
अपने गंजी ओ के स्वाद तू चीखाइदा नहो
नहो अपने खरबोजा के स्वाद तू चीखाइदा नहो अपने
खरबोजा
के स्वाद तू चीखाइदा नहो अपने खरबोजा के स्वाद तू चीखाइदा नहो अपने
खरबोजा के स्वाद तू चीखाइदा नहो अपने खरबोजा के स्वाद तू चीखाइदा नहो अ
तू
चीखाइदा नहो अपने खरबोजा के स्वाद तू चीखाइदा
नहो अपने खरबोजा के स्वाद तू चीखाइदा नहो
अपने खरबोजा के स्वाद तू चीखाइदा नहो अपने खरबोजा
के स्वाद तू चीखाइदा नहो अपने खरबोजा के स्वाद तू च
स्वाद पड़ें नलका पानी पीएना आई अब जो न बिसकुटवा किया रहा हूं
मुर्दे वो हमरे पेटें चली गया बिहार भी नहीं कुला कर तब जाक लाईली