साया में ड़ला जब तधीर दीर सी जला इका कोईला जीज़ाजी
चीज़ा चोली के पसी जले नाम होईला जीज़ाजी
अरे बड़ी कमी ना है बहुत पछी टाटाजी
अरे अब तो चापने लाख हो गई होजी
ना होगे होली के तेवार हो आब आसाली मिली जूली
लूटल जामलार हो
तेलाला सारे हमर का चार रहे फी चलाई का कोईला जीज़ाजी नाम होईला जीज़ाजी
चीज़ाचोली के पसीजल नाम होईला जीज़ाजी
चीज़ाचोली के पसीजल
अरे उसके जखर में ना परो रे बच्ची उसी के
नाम है ओपी बाबा के मुदी बोरी पसीजाटाजी
खोके बर यारी हमके बहुत सताईला रोहनी नदान खेलावाड तू ता काईला
चोड़ हाली ज़्यावाणी साली होत बाजियान हो
भिर जिन हमर युजन रोहे नहीं गइ जलाई का काईल़ा जीज़ाजी
चीज़ाचोल एके पसीजल नाम हैल़ा जीज़ाजी
थीके काईनी सार्वजी पर जोड ना ही पारी
डलते
पीछो कारी उनकर ज़हट देनी ज़्वारी
जीज़ाजी उनकर पीहामर रंग देलती तर एका कोईला जीज़ाजी
चीज़ा चोले के पसीजल नाम हैला जीज़ाजी