चोरी निकले से जब बढ़ खनके तेरे पेरा माब हजेब इसी जानकेचोरी निकले से जब बढ़ खनके तेरे पेरा माब हजेब इसी जानकेतेरे पैरा मैं पजेब इसी चनकेछोरी निकले से जब बन खनकेतेरे पैरा मैं पजेब इसी चनकेछोर्या ने कतल करे सेआवाद जब छन चनकी रेतन मन में हैतन मन में यूमंग भरे सेएक जलब तेरे यो वन की रेतन मन में यूमंग भरे सेएक जलब तेरे यो वन की रेतेरे हसने का अपना है ढंग सेयासिका ने छोरी पसंद सेआसिका ने छोरी पसंद सेहाइ हसने का अपना है ढंग सेयासिका ने छोरी पसंद सेमैं साथ चीखने कहूँ सूया बातनहीं भड़कन की रहे, क्यों इतनी इपड़ रहे सा, या उमर नहीं तड़पन की रहे, छोर्या ने कतल करे सा, आवाद जब छन छन की रहे, तन मन में है, तन मन में उम्ग भरे सा, एक जलक तरे यो वन की रहे,खिलती उमर बहजब की निघा, छोरे लल चाउं देख पोपल नया,खिलती उमर बहजब की निघा, छोरे लल चाउं देख पोपल नया, एक लीप और दगर कटेना, हो चाहना एक हम डम की रहे, कोई राजदार हो ऐसा, जो सुने खुसी और गम की रहे,छोर्याने कतल करैसे आवाद जब चनचन कीरे तनमन में हैतनमन में लुमंग भरैसे एक जलप तेरे योवन कीरेतन मन में युम्ग भरै से एक जलब करे योवन की रैमस्ती का रंग चड़ा यार खिल जा हाल फिल हाल सत पाल मिल जाहाल फिल हाल सत पाल मिल जामस्ती का रंग चड़ा यार खिल जा हाल फिल हाल सत पाल मिल जाना हाथ फेर या वेगी या प्रेम उमर दो दन की रैयुद्रभीर सिंग दन कहरे ले जान कदर जो बन की रैछोर्या ने कतल करे से आवाग जब छन छन की रैतन मन में यूमंग भर ऐसा है एक जलब करे यो वन की रह