वीजिव ब्लाइश, बानाइ टोडियों, एंरीस
कोरे रखोरे, कोरे रखोरे, कोरे
आ तो लीजिए, ये भी रस्याँ, आपका लाडला सिंकर
मुरा लाडलो ही गाओ सोपका
और ये फ्यारी फ्यारी रिकोडिँग, ओसवाल मुजुक आलवार की
जिसके डाइरेक रहे, एव ओसवाल और सुनील चावडी करी रही है वारे
और निकेतन उस्तान जी, आजकाल बहुत ज़्यादा फ्यार को लपड़ो चल रोह देवसिंग भाईया
और एक कह रही है कि जवाईयो जब तारें की साइव हो जार क्या मता देने के दिल भाईया
और निकेतन उस्तान जी, आजकाल बहुत ज़्यादा फ्यार को लपड़ो चल रोह देवसिंग भाईया
और खोरा में लभी लोय बला भब हो जाया सासा मेरी सोय रही बगली में
और करवें स्पोस्पाल जी करीरी आवाने और धरंबीर पाड़ आवाने
और स्याम फुटेल और जगराम पैसला जी करीरी आवाने
अरे राजा करे गाड की ओ डूटी टूला करे गाड की ओ डूटी
अरे सासा मेरी है गई बूडी राजा करे गाड की ओ डूटी
और छोरा में तो डूटी राजा करे गाड की ओ डूटी
और खोबीराम गुजर जी करीरी आवाने
और लेकराम गुजर भाईया करीरी आवाने सुले खोड़े
क्या कहने के तो सोरे
अरे मन मिल गो तो ते नखरारे
क्या कहने दे ओ भाईया
अरे रात कटेगी हजवत राए
मन मिल गो तो ते नखरारे
रात कटेगी हजवत राए
ओ छोरा तेरो सब कंग कट कट जाय
साँप हरे चुहे रही बगली में
ओ छोरा मन मिल बला पभुजाय
साँप हरे चुहे रही बगली में
और यदिये खोटे बॉड़ा का
और देवावनी चान पहाड़ी
और आजिज्ञान केहन करवा है छोरा
अरे जोबन मेरो नगर जलेवी
जोबन मेरो नगर जलेवी
सो रही में तो अधर हवेली
अरे जोबन मेरो नगर जलेवी
आहा सिक जले में बसाईली
आज सासा मेरी सुहे रही बगली में
खोड़ा मेंने दीनो बला फ़बोजाए
सासा मेरी सुहे रही बगली में
और पंटी गुजर और साइड वर्मा करी लिया वारे छोड़ा
अरे दिल भर तो कुआ पाउन मिलाऊँ
मुरारी लाल तोईनू समझाऊँ
ओटोई कहा तोईं समझाऊँ
ओटोई कहा तोईं समझाऊँ
ओटोई कहा तोईं समझाऊँ
ओटोई कहा तोईं समझाऊँ
और इस रस्या में प्यारी प्यारी कलंग चलाईए
साथरं गुजर बाईवारे
ओटोई कहा तोईं समझाऊँ