छोड़ना तेरे घर पहन आजा जानू तोई बुलाए रही
अकेली मोपे रहो ना जाबै तेरी आज सताए रही
छोड़ना तेरे घर पहन आजा जानू तोई बुलाए रही
अकेली मोपे रहो ना जाबै तेरी आज सताए रही
पैसा के प्यासे राजा तो नेक दया ना आए रही
जान त�री तो कुछ समझा बै तेरी समझना आए रही
पैसा के प्यासे राजा तो नेक दया ना आए रही
जान त�री तो कुछ समझा बै तो इन समझना आये रही
ना आए रही खानो पीनो कचनो सुहाबे पल पले आज रुलाए रही छोड़नो तेरी घर पे आजा जानू तोई बुलाए रही
चार साल साधी गो नहीं गई तोई पढ़ी है नोटन की दिन तेरे मुल्क चन सुहाबे हसी उठ रही हो तन की
चार साल सादी को है गए तोई पड़ी है नोटन की
बिन तेरे मोई कचल सुहाबे हसी उड़ रही होटन की
हाँ फॉन की तेरे मिठी बातें दिल मेरा धडड़ताए रही
अकेली मोपे रहो ना जाबे तेरी आदि सताए रही
कहा कहूं मैं दिली बातें
पिया बने तुम्हार जाए
चंदा जैसी नार तुम्हारी घर पे रही जे दुख पाई
कहा कहूं मैं दिली बातें
पिया बने तुम्हार जाए
चंदा जैसी नार तुम्हारी घर पे रही जे दुख पाई
खानो ख़त में पानी पीत में हिचकी भारी आई रही
अकेली मौते रहो न जावे तेरी आदित आताई रही
छोड़ नौकरी घर पे आजा जानू तो इस बुलाई रही
अकेली मौते रहो न जावे तेरी आदित आताई रही
छोड़ना तेरे घर पह आजा जानू तो ये बुलाई रही
अकेली मुपे रहो ना जाबे तेरी यादी साता रही