पत्रिंटी गिलाई अंकुस नूरी दी
साधे सूता लपीया हो
भोलायी दी हा नावाय
साधे सूता लपीया हो
भोलायी दी हा नावाय
एजि छोड़ा बलामु
हमे बोढ्खावाई आंगाना माहाच्छड़ा बलामु
सारे सुतला पिया हो
भोलाई दिहानावाई
चटसारे सुतके पिएनाराऊझा
सुरारे सुतकी उजिप्राक्या कानै
सुरारे सुतकी उजिप्राक्या काने
सुरारे सुतकी उजिप्राक्या काने
दियावा वेखना हो गेलई भोर
चि आना भी थ्योड़ा ना के खुर
चि आणा भी थ्योड़ा ना के क्हुर
दियावा वेखना हो गेलई भोर
चि आणा भी थ्योड़ा ना के खुर
डेवा रहा काभओ
जयता ठुसना मात
हटी नजे
खिकी तो हर चल देखी बरोहाई खेस की बतिया मुझा हो दीपक पीरी
खिकी तो हर चल देखी बरोहाई खेस की बतिया मुझा हो दीपक पीरी
सासु लडे लगते हो मन परतनमा
सासु लडे लगते हो
मन परतनमा
एजी छोड़ बलाम हमें बोरहावाई आयान नमा हाँ छोड़ बलाम