अहिलो हसस उरास हे दू साले पिताया है के दे
धाईला पकाने, भागेलु भाव खाके, एकरेजा भागे, अहिलु हससु भुरासे, दुहु साल विताके, धाईला पकाने, भागेलु भाव खाके, अंदर चला, बोला का बट्टे तहरो बिचाये,
मोर सोया जिसे, मोर सोया जिसे, मोर सोया जिसे कुछ होना होला हमार, ओई सोड़ा लो या यार, फिका लागे मोर भागा,
जवन बै तहरो परती, उजुड़ा चाहिये रैनी ररती, हमार नामे कद जमैनी, हो जाई भुम्य जाने तुझ भरती,
ओके, कद या बखुस जनि हुखे मोहसोस को मिभाता राके, छोड़ा या परमुस तुपि या ही दना जुस बोने जाता राके,
आँ पालों च्छ फल्ता या पाहै,
मोर स्वया जीसे, कुछ हो न होले हमाद,
ओई सुन्डाला या रे, फिकालागे मोर भागा,
आवा बोदी ही बिया से फासल, कब होई नहीं हुआ साफल
रोभी चन्दन के नाम दिया ही, रोही घरा दुबल को आर बासल
हमो तैहे जहतनी, मारुरे मा जनु मा तु आपनाला महर के गबाई लागी सोहर
हमारा उपरोई हसान होई तो होना आवज होई होहर, जी भरके करे ता प्याह
मोरे सोया जिसे, मोरे सोया जिसे कुछ वान्द होले हमार
आई संडलो यही आर फिका लागे मा
मोरे सोया जिसे कुछ वान्द होले हमार
आई संडलो यही आर फिका लागे मा
ओ करसे निक्त तहरे मै