भाई नगर्हाभाई नगर्हाभाई नगर्हाभाई नगर्हाबाती दिनामने कहित दगनछठी माई से भाई नग भोन, मते दिना मैं कोहित गोन, छठी माई से भाई नग भोनतुहु कर माई छठ के परातिया, दिनी दिनी खति बनले हिमतिया, कहे कोहिले बड़ो अख बोला नामछठी माई से भाई नग भोन, कहे कोहिले बड़ो अख बोला नामछठी माई से भाई नग भोन, कहे कोहिले बड़ो अख बोला नामछठी माई से भाई नग भोन, कहे कोहिले बड़ो अख बोला नामछठी माई से भाई नग भोन, कहे कोहिले बड़ो अख बोला नामबिर भला भारी बड़ी बगसर बजरियाजानि को अब देरी देरी ना तो होई अबेरी बेरीजे भी कोई लेतो छट उपवा कब भाई लाइखे मनावा उदाउनका के जातु टोना तूरी दोन छटे माई से भाई माँगभाकाहे कोई ले बड़ो रख बोला ना छटे माई से भाई माँगभाभुर्वा में लाली देखो ये दिन्या नास हो दिहा और होग सब दिवा इके सास होदेखो घाटे बाजा बाजे बाजे देखो दाउरा तबु ताजे ताजेबोलु जी तू देखो पैने के पियोरिया छटे घाटे नाचो तारे छमाछोदोरा लेके साँगे चोल भाँ छटे माई से भाई माँगभाकाहे कोई ले बड़ो नफ बोला नाम छटे माई से भाई माँगभा