वालिया
प्रिजेंट वाई
सिवानी स्टूडियो रिकॉटिंग
सिवानी स्टूडियो बादी पर सिंगर कृष्णा विदूडी
और रांधन गुजर राजा हिंदुस्तानी
और कैसे?
कृष्णा! कैसे चाजावा?
एक छोड़ी रहे
कैसी?
नहाई दोके एक सरजे पर ठाड़ी
अच्छा?
मगवान कसम बड़ी प्यारी छोड़ी रहे
अब काके नहीं चाजावा?
सुनिये,
केसब जैसे पहुँचको,
आसिक,
खतनाक आसिक दोधे परावा केसब
खरके खुले बालक दोधी चर्गे इपर ढोले रे
जोनी पे बरपूर धरम ते प्यारी लागे रासी
खुले बालक दोधी चर्गे इपर ढोले रे
जोनी पे बरपूर धरम ते प्यारी लागे रासी
खुले कृष्णा सर्मा आगई बाले,
तपगादर रङा पूरे
और कृष्णा?
कैसे चाचा?
कारी बुरसत छीटकी और साया पग सपेत
अच्छा?
एन सपेत साया रहे
मिर्कल भाइत
कारी बुरसत छीटकी और साया पग सपेत
आओ सोनी,
बचती नी जो छोकरी तो खा जाउँगाल समेखवेख
आख मिटाकी बादल फाड रासीया
अगले ओ?
सनाया दे बेटा
अरे रात नी जनाया वे छोरी दिन में पड़े ना चैन
अच्छा?
हाँ
एक बार मुतमिल बे आजा क्यों कर रही बे चैन
के बाईरे तू लग रारी मेरी बाटिया होती रे
जो ते प्यारी राक तो कदी ना दुख देते तो रासीया
आँ
आँ
ना ना पूझर के जटके
अगले ओ?
सुल्ले देविंद्र भूपा बाधी बाले
भूपा बाधी बाले
ना?
कैसे चाचा जी?
अर गाइक रामदन गूजर के रसीयान मचाय दई धूम
अच्छा?
आजा मेरी गोधी में तेरे होट लहूं दो चूमे के छोड़ी
नकरे काई दिखावे रे, नकरे काई दिखावे रे
हार क्रिष्ना!
कैसे?
करके कुलने बाल गिणोडी चरजे यूपर डोले रे,
जौनी में बरपूर धर्म ते प्यारी लागे रासीया
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