ताज़ादे ताज़ादे
काहे हमसे नवती आवतारू हो
बात बाटे को मन छुपाओ ताहारू हो
अरे पताओ ना
मांगिले जे खान तो फेके लुथरिया
कोहलु तला देनी सिंगारी सहरिया
एक तो रहे ला घर से
भागो ले राजाजी
पैये रहो वादा तु हमारा से
देबे के छागो ले
राजाजी
पैये रहो वादा तु हमारा से
देबे के छागो ले
राजाजी
धनिया हमारी सवक तो है
हाँ
सब हम पुराइब
जूट खाली बोले ले
अरे मिली तने खाहा कोके तुहां से सलाह जमान
कहा बुले आईब
अरे मान जाना
हर बार रवाई है कहेला
बात नहरा अवुर पहेला
दुख सहेला
रोज रोज बनावेला तु
पापारी
कि अगेलीए राधा आब
एक सबिल आ देवा
सब्सक्राइब
की आप
सब्सक्राइब
भाई भूम
कितनों बता हैं अपने परिसहनी तू ना बुझेलू
अपने मन के कोडेलू तू अपने सुझेलू
रोवे बढ़ावे निज़मेला ये पिया मोनों वाला बेला फरी खेला
बोस रहुर से पैसा मानला ये राजाजी
कोई ले रहो बादा तो हमारा से देबे कच्छा गल ये राजाजी
कोई ले रहो बादा तो हमारा से देबे कच्छा गल ये राजाजी
सबर करा सबर के फल मिठा होना