दिल में दर्द है पर दुग्गे पॉन सुन
पलकों पर बैठा भी दे
आँखें बंद करें तो आँसु बहे
बस चहरा आँखों के आगे जहरा
आँखों के आगे रहता है तेरा चहरा
जिन्दगी पर क्या जोर है ये सासे जब चाहे था मैं
भूगना मुमकिन नही चो छिन गया वापस आएगा नही
जितना साथ मिले उतना ही कम बड़े फिर मिलने की आस रहे
बस चहरा आँखों के आगे जहरा
रहता है तेरा चहरा
होके ही तो जीना सीखा है सपनों में कैद हो गये तो
रोके ही तो हर दिन बीदा है फिर क्यों ये तर्द ना भी कोई
दिल हे बिदर्द है इस दे की क्यों सोना है
अन्कों भर मैटा ही ते आँखे बंद करें तो आँसु बाहे
बस चहरा आँखों के आगे जहरा आँखों के आँखे रहता है तेरा चहरा
दिल में दर्द है पर दिल की कौन है सोने
दिल में दर्द है पर दिल की कौन है सोने
दिल में दर्द है पर दिल की कौन है सोने