कीच मुझी अने
सोनु चलो विको जोरियतो रतने कीरिपियो
काड जुनी पेंच चीच बधम पर मान न पोई बिज़िवरतो
सबेइ इहो मुख्य चमण लगा छाले बदी कै चीच भुदा
निके जयो मुझी चीच मुझी भाजी बधी दे कपजी पई
शुकर थी ओकी ओहर के मनो वोई मसवनी मुख्य साफियो
चीच मुझी अमेशोनु चलोवितो जूरियतो रतने कीरिपियो
सन्नी सुही चीच मुझी तो रात रतो रत आने की
अच्छो बगो मुपा तो होयो रिसतें जी आकेहडी हालत थी
एंजी नजर थे मुझे पई तैत चयो ही चातो थाई
पियो
पेडो जल्यो मुथो खेमिता तुँ
जोरी चलो न पाई मुखे
तुँ पशिरभती मुतुई च चले के साह में सान्दे आहर क्यो
तो
रत निकीरी पियो
पैयो मुझी चमुझी भादी वदी दे कप जी पई शुकर
थी ओ इयो हर के मन ओय मस वणी मुके साह पियो
तो रत
निकीरी पियो शीज मुझी अमेसोनु चलो विदो जोरी तो रत निकीरी पियो