पियापर
ससुरा तो हराया हो केह कलती
कोदी हो निभारी का
जानी जाई मौरद तो तोहर आरती उतारी
ससुरा तोहर आया हो के गलती कोहर दिहनी भारी
जानी जाई मौरद तो तोहर आरती उतारी
राज तो भी ठुपाना में तो खुल जाएगा
होते भाजी रे बबुए इसको ले जाएगा
मौरद हाँ पिया पड़े सहला भूल जाएगा
मौरद हाँ पिया पड़े सब कुछ भूल जाएगा
मौरद हाँ पिया पड़े सब कुछ भूल जाएगा
मौरद हाँ पिया पड़े सब कुछ भूल जाएगा
मौरद हाँ पिया पड़े सब कुछ भूल जाएगा
मौरद हाँ पिया पड़े सब कुछ भूल जाएगा
मौरद हाँ पिया पड़े सब कुछ भूल जाएगा
मौरद हाँ पिया पड़े सब कुछ भूल जाएगा
मौरद हाँ पिया पड़े सब कुछ भूल जाएगा