दुनिया में चारोर हैदुनिया में चारोर है चर्चा मुहीन कादुनिया में चारोर है चर्चा मुहीन कादुनिया में चारोर है चर्चा मुहीन कादुनिया में चारोर है चर्चा मुईन काइन दोस्ता की शान है दोजा मुईन कादोता हुआ जवाया आजा भिया के दर्पेदोता हुआ जवायाआजा भिया के धर्पेदोता हुआ जवाया आजा भिया के दर्पेदोता हुआ जवाया जोली को अपनी भर करकहते हैं जूमे जूमेकहते हैं जूम जूम के मंगते मुईन केउरकज है दिल नशी है अजमेर के नजारेकहते हैं रश्क जिन पर ए चांद ये सितारेकहते हैं रश्क जिन पर ए चांद ये सितारेमुर्कज है दिल नशी है अज मेरे के नजारेकहते हैं रश्क जिन पर है चांद ये सितारेप्यारे नभी मुहीन के अल्ला मुहीन काप्यारे नभी मुहीन के अल्ला मुहीन काप्यारे नभी मुहीन के अल्ला मुहीन कादिश को देश शाच गाम उचा मकाम हैगुझनती है उन पर तो जख हरम हैसपने में जिसके आ गया चेहरा मुहीन कासपने में जिसके आ गया चेहरा मुहीन कासपने में जिसके आ गया चेहरा मुहीन कासपने में जिसके आ गया चेहरा मुहीन काआ गया छेहरा मुईदि काजो काम आप हो गए उर्शाद काम हैआ जाओ मुईन उदीन के जतने गुलाम हैआ जाओ मुईन उदीन के जतने गुलाम हैओ काम आप हो गए उर्शाद काम हैआ जाओ मुईन उदीन के जतने गुलाम हैमायूस कव का जाहिने बाला मुहीन कामायूस कव का जाहिने बाला मुहीन काचर्चा है तेरा चर्चा चर्चाचर्चा है तेरा चर्चा चर्चातेरे दरवार में पाजा की दद लेके आई हैतेरे दरवार में पाजा की दद लेके आई हैतकामत ने बुलाया है ये निस्बत लेके आई हैदर्बार में तिर चर्चा है चर्चाउद चल कर नहीं आई गुर्वत लेके आई हैदर्बार में तिर चर्चा है चर्चादर्बार में तिर चर्चा है चर्चातुमारा नाम वलियों में महुत मखबूल है पाजातुमारा नाम वलियों में महुत मखबूल है पाजादर्बार में तिर चर्चा है दर्बार में तिर चर्चा है दर्बार में तिर चर्चा हैसमाने भर की तुम भाजा पिया बिगडी बनाते होरसूले बात की ओलाद का सत्का लुटाते होदर्बार में तिर चर्चा है दर्बार में तिर चर्चा है दर्बार में तिर चर्चा हैमेरे भाजा के मेले में नजारे मुश्चुराते हैमेरे भाजा के मेले में नजारे मुश्चुराते हैजन्नत से फरिष्टे भी यहां तश्रीप लाते हैंयहां मस्ताने रहते हैं हमेशा अपनी मस्ती मेंखुदाई नाज करती है मेरे अभाजा की बस्ती मेंधर्बार में तिर चर्चा है जर्चाअटकारा पेरेचार और पर्वाद में पैसा की अ किया है हैर्त चीज को अच्छा किया हैहैरत चीज को अच्छा किया हैहैराजहरा के लाल है लगते जिगर अली के है जहरा के लाल है खैरा मुईन दीन का आता कियाल है लगते जिगर अली के है जहरा के लाल है तब तो है हर जबान पर चर्चा मुईन काअब तो है हर जबान पर चर्चा मुईन का