केहु आग बन ओता, केहु बाग बन ओता
जीया ब्यास, बाग बन ओता
आपना जीला के किंग हनी
पोवण छोवण छोवण छापरंब्या के रंग बाग बन ओता
जीया भी चर्चे करे अपना घोरे, इक खाओ फा हमार
चले चलती हमार पूरा जीला में
सबके अरजी आबेला हमरा कीला में
केहु कान बन ओता, केहु बाग बन ओता
पोवण छोवण छोवण छापरंब्या के रंग बाग बन ओता
जीला में परांड़ हाँ
बुछ गयले छोटुया तो के जाने पूरा कहर रे
पाइउ चाहे तो खेचीला चाहे सहर रे
केहु ताज बन ओता, उरण बाज बन ओता