क्या हो?
बैठलो सहदावासे आजाना रूम में मिना छानी जानानी सोंगे काटो मन सुन में
बैठलो सहदावासे आजाना रूम में मिना छानी जानानी सोंगे काटो मन सुन में
हो चाला कमर के भीतरे
हम हु बाणी हिटरे, मजा तो के मिली जैसे आगी
तो चॉप बध्वन हो, चॉप बध्वन हो सरतिया ना लागी
आवा भागात जड़ाईया के काम नहीं पड़े रज़ाईया के
हवा पता वादल भतार तु हमां बन जख वही यहा तो नहीं याक
बड़दा ये ने जड़ रानी सिमला के हो थुकी के उने आवा तानी दिमला के हो
सजल बे अंजन करे दा मन और अंजन मनमा भैल बा हमरो बागी
तो जपध हो नहा
जपध हो नहा
हो सरदिया ना लागी
मज़ा मिले तो हो सरदिया ना लागी
जब पद्धोन हो सरदिया ना लागी
मैं हर के हो के का है का पहतारा
देहां कठु आहिले खाली भाप पहतारा
चुली में ममना डाली तो पोतारा
बानी बोलावत तो सारा पोतारा
खोली के हो ने फेक देनी इनर याजेनू
पहला मी एप रोहनी तो जिनर याजेनू
अपला प्रेम रोस गोरी
को रवे में कॉस गोली, तहँबे नुभाग धनी जागी
तो जप धन हो, जप धन हो सर्धिया ना लागी
मज़ा मिले तहँँ रधिया ना लागी
जप धन हो सर्धिया ना लागी
सरध के दवाई तो मर्दिन हो लागी