चाओ चाओ बंभी आना, किष्ण है मर्द पुराना,
दिल की धबली पे तब ही गाते हैं यही सराना,
चाओ चाओ बंभी आना, किष्ण है मर्द पुराना,
दिल की धबली पे तब ही गाते हैं यही सराना,
चाओ चाओ बंभी आना,
हमने जहां भी देखा, मिले हैं दिलों के रोगी, अपना ही राज भला पे, शायद महपत होगी, तेरे मेरे दिल का जुदा है अपुसाना
जाओ जाओ बंदियाना, इश्क है मर्द पुराना, दिल की धपली ते तब ही जाते हैं यही तराना
जाओ जाओ बंदियाना
दुनिया में जब तक रहना, गम को ना आने देना, बन जाना मत कलंदर, जीना तो हट के जीना
बड़ी बड़ी आखीना
गम को में आतू नहीं लाना
जाओ जाओ बंदियाना, इश्क है मर्द पुराना, दिल की धपली ते तब ही जाते हैं यही तराना
जाओ जाओ बंदियाना, इश्क है मर्द पुराना
दिल की धपली ते तब ही जाते हैं यही तराना
जाते ने ये ही तराना । जाओ । जाओ । बंदी आना ।