याथ्लियों प्रिप्या ज्यान दीजेव।
शिम्लाँ से मुंबई जाने वाली चांदना एक्स्ट्रेस
प्लार्टॉम्ब नमबर एक से गवाना हुने भाली है।
सुनाऊं मैं क्या कोई घद लही
लिखु क्या मैं कुछ बी समंज नहीं
सुणाऊं मैं क्या कोई घदल लही
लिखू क्या मैं कुछ बी समंज नहीं
और मैं शायर बन रहा हूँ
किसी से कुछocaly नाvag bhु?
सुन लो घौर से मेरे यारूं
चान्द चारे चंदना
चायं पलंब किवी
सुनना लेखो
तुम मेरे खावों में गुम हो चुकी है
और मैं शायर वन रहा हूँ
किसी से कुछ कहदा चाह रहा हूँ
सुनलो घ़र से
मेरे यारों
चंद चंद चंद चंद चंद चंद चंदना
जातिक जातिक जातिक जातिक जातिक ज़ातिक जातिक जातिक जातिक जातिक जातtał
तुमको चाहा है खाबों में छुपकर,
तुमको माना है रभ से भी उपर
और मैं शायर बन रहा हूँ,
किसी से कुछ कहना चारा हूँ,
सुनलो और देखो
मेरे यारों चांड़ चांड़ चांड़ चांड़ चांड़ चांड़ चांड़ना
सुनाओं मैं क्या,
कोई घजल नहीं,
लिखूं क्या मैं,
कुछ भी समझ नहीं
और मैं शायर बन रहा हूँ,
किसी से कुछ कहना चारा हूँ,
सुनलो और देखो मेरे यारों
चांड़ चांड़, चांड़ चांड़, चांड़ चांड़ चांड़ना
चंदना
Đang Cập Nhật
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