है समधिन बरात आ गयिल, अब चना ज्योर गरम खालाएग चना जोर गरमखाला, खालाखाला, खाला ओ समधिन, हमार चना जोर गरमखाला, कहला ओ समधिन, हमार चना जोर गरमखाला, खालाआया समधी जी अल बेला, लागल बादू अरे पर मेलाअब कर ना जमेला, आधी रतिया के बेलासुनके आईली तो हरी दूआरिया, अब घुमावा मत नै जरियानिकला घर से तनी बहरिया, देखी बाठू गोरी के करियाछोड़ा, छोड़ा समधीन दि आया, उतो सरमचना जोर गरमखाला, खालाओ समधीन, हमार चना जोर गरममेरा चना बना अल बत्ता, समधीन खुमे चला कलकताएमे खुस्बु दार मसाला, उपर से निबुआ रस डालाखाला ना ही तू पस तैबू, ऐसन समधी जीना पैबूखोजे लातों के बरादी, खोजे गोड़ाय और हातीतनी घुंगता उठावा, मत परतिया के तरसावापारा पारी तो गुला के, भिंडोरी के जुला जुला केदेखा समधी के अब तू बचई हा धरमचना जोर गरम, खाला खालाखाला खाला कोसम दिन हमार, चना जोर गरम, खाला खालासमधिन कहा तलक बतलाईं, खालू रोष्ट तू खटाईंजहीया धली तोहर जवानी, एक दिन होई बूपानी पानीसमधी आया झैला यार, जल्दी करला यव सिंघारकब से समधी दूरे ठार, अब करा ना इंकारताढी बोला मिठी बोली, गोली मारेतो हरी बोलीकाहे करे लूठी टूली, लेकिन दिलवाके तू तोबड़ा हूँ रमचना जोर गरम, ẽाला क़ाला, खाला खाला�yon sama din hamaar, चना जोर गरमएउ चना जोर गरम, एउ चना जोर गरम, एउ चना जोर गरम