बो जुल्म वसैनी चन्माही अजमाँ अजमाँ अजमाँ के
सानु प्यारे दितोई भला इंज सावल तरसा तरसा तरसा के
खालि बल आई हाँ तड़ बूहे तू खड़का खड़का खड़का के
अलिये मद्या घिर्मारे दितोई तड़पा तड़पा तड़पा के
तड़पा
पातड़ पातड़ पाके
परदेश गयो परदेश यावे परदेश नुदेश बनाईचा
मैं रुल गया पिछ्छावत नाते मेड़ी बिलकुल याद गुलाईचा
ना खुद वल याइना खत फिचाई दिल बिलकुल पथर की तोईचा
अली ऐमद होण मैं मर्दिहा जिन्द सूला वात दी तोईचा
जिन्द सूला वात दी तोईचा
अल्लापाक दीस कैनात देविच असा चुणेके यार बढ़ाया।
हद बनके नोकर देंदे रै नई अजताई सिर्चाया।
हर खाहिश पूरी कीती है उन्हा जो कुछ भी परमाया।
अलियेमद अपना नी बनया रियावत भी धोल पराया।
रियावत भी धोल पराया।
कुछ लोग जरूरी होन्दे हिन।
सडी अख्डे तारे होन्दे हिन।
उन्हा बाजो रेहानी तीनदा।
कुछ लोग जरूरी होन्दे हिन।
कुछ सजण अखींदा नूर हो दिन, पुरकशिष नजारे हो दिन, अलियमद छोड़े नहीं थींदे, कुछ सजण पियारे हो दिन, कुछ सजण पियारे हो दिन.
हत्न पे आईता, हत छोड़े नहीं, चंग्यार रुजाना नहीं मिल दे, जिजडुख सुख विच भैवाल हो मन, गमफार रुजाना नहीं मिल दे,
जिडि कस्मा चावन तोड़ दिया एतबार रुजाना नहीं मिल दे
अलियेमद एगल याद रखे सच प्यार रुजाना नहीं मिल दे
अलियेमद एगल याद रुजाना नहीं मिल दे