वाधिन चन बहुँ सोणा एमैं आखातू बहुँ सोणा एमतारे अदाल तारी रात जंगे लाला भगमयावाधिन चन बहुँ सोणा एपुखले तू नर दुलबाजा जन कु अपना आप दिखावापुखले तू नर दुलबाजा जन कु अपना आप दिखावासरा तूझे लिक्रारे आप देलिया पलकड़ पलगापासर चलने नयामत का पगली नाराखत पयावाधिन चन बहुँ सोणा एमते दीचा मड़वालिया तेरे बुणजा मड़वालियातुमें दाखी मसकियां दे देटां दे सासाथन पयावाधिन चन बहुँ सोणा एपुल मंग दे रग तेरा पितली मंग दी संग तेरामैं करंब देखू रेखां पयमते ते अक्खियां देखां पयबलके आओ नदीने नाराखत पयाबलके आओ नदीने नाराखत पयावाधिन छं बहुँ सोणा और मयाखां तो बहुँ सोणाबफ़ानाल फारी आक्खेले लाला कान पही