निकली के आवे राती रोने सुत्ती पर
निकली के आवे राती रोने सुत्ती पर
निकली के आवे राती रोने सुत्ती पर
निकली के आवे राती रोने सुत्ती पर
निकली के आवे रोने सुत्ती पर
निकली के आवे रोने सुत्ती पर
निकली के आवे रोने सुत्ती पर
निकली के आवे रोने सुत्ती पर
निकली के आवे रोने सुत्ती पर
शक्री ते छेलु वी चड़ाऊं मैं
खेदे गोती मेरे लाल हल कर ते सवाल
दिटा चंडा हाल वेदा भोगलाऊं मैं
पाला नाल संपरांगी तार चंबे वाले ता
शक्री ते छेलु वी चड़ाऊं मैं
खेदे तार टुटे दिलांगे इलाज हुनते या
तारे तुटे दिलांदे इलाज हुन्दे आ चाल थाना कलाई उन्ने
पंजैन तारी उत्ते सुख बेहिसाब हुन्दे आ चाल थाना कलाई उन्ने
पिपल ते थले लगे उनादी कचैरी गेंदे पगत नहार एतवार नु
अंदे एतवार तुम भी हो जावे तैहार दुख गसनाए जाके सरकार नु
पिपल ते थले लगे उनादी कचैरी गेंदे पगत नहार एतवार नु
आउंग यह त्रवार तूं भी हो जावे त्यार दुख दसना यह जाके सरकार नु
ओदे भैंस लेता बड़े लाजवाब हुन्दे आ चाल थाना कलाई उन्ने
पंजैन तारी उत्ते सुख बेहिसाब हुन्दे आ चाल थाना कलाई उन्ने
अशोक पगत जीने बापे दे पुजारी साथ चोड़ी विच घैर पवाँण गे
आल कारजत नूँ भी खुशी आए दितियाने साथे ते भी सोख वर साउन गे
अशोक पगत जीने बापे दे पुजारी साथ चोड़ी विच घैर पवाँण गे
आल कारजत नूँ भी खुशी आए दितियाने साथे ते भी सोख वर साउन गे
उत्थे वार में जे दुखिये बेहिसाब हुन दे आज चाल थाना कलाई उन्ने
पंजैन दारी उत्ते सुख बेहिसाब हुन दे आज चाल थाना कलाई उन्ने