अपर समक्यों समक्यों समक्यों समक्योंउठ मन मेरी गल वे चल मेले नु चली येचल लाल सदां वे रल वे चल मेले नु चली येसजना वे चल मेले नु चली येसजना चल मेले नु चली येपहला मेला मज नू लायाबन विच अपना पसुकायारही लैली रंग महल वे चल मेले नु चली येसजना वे चल मेले नु चली येदूज़ा मेला सीरी लायासिर ते सावर हाद चलायाइतने परबत नीर उठल वे चल मेले नु चली येसजना वे चल मेले नु चली येदूज़ा मेला रांजे कीताकान पड़वा के जोग सिलीतालाय हीर निमानी नु चल वे चल मेले नु चली येसजना वे चल मेले नु चली येचौथा मेला ससी लायानीद भी गूती लाल गवायाजामोई विच खलड़े चल मेले नु चली येसजना वे चल मेले नु चली येपंजमा मेला सोनी लायाकच कड़े दा जहाज बनायागया लहरां दे विच गल वे चल मेले नु चली येसजना वे चल मेले नु चली येछेवा मेला सहबा लायामिर्जा जंड हे ठा मरवायावै शर्भ, ईशत नू ठल वे, चल मेले नु चली हैसजना वे चल मेलेनु चली हैसुन्याँ वे चल मेलेनु चली हैसजना, वे चひ मेलेनु चली हैओड़क जाना मर वे, चल मेलेनु चली हैसजना वे चल मेलेनु चली है