बोला बोला छाठी मैया की
पैंहीले पिए पैंहीले पिएरीया
माते रवड़ा बानी पगरिया
अरख के भोईल बेरादेखी
सारा कोईले बानी तयरिया
जब छाठी घाटे चले गबारे तो देर काहे कोईले बानी
हां हां हां हां
धोली ये समय दोलदा माते
चले छाठी घाटे
उखिया हम ले लेनी हाथे चली छोटी घाटे
धाली ये पिया दौरा माथे चली छोटी घाटे
भोखल हम बानी बरतिया घाटे पदे हवया रघिया
रखिया तु दौरा पिया हो सिरि सप्ता के सुना लगिया
औरके भाईल बेरा पिया चली ना रउरा सबेरा पिया
सबेरा पिया हो सबेरा पिया सुनी
सबके ता दौरा गईल भाटे चली छोटी घाटे
धाली ये पिया दौरा
बोला बोला छठी मैया की चीज
अरा किसा मनमा से दौरा साजाईनी जग मग दिया ये गो दौरा पधाईनी
पावन पा छटके त्यो हार रजीनी सुनी ये पिया हा ना रजीनी
चली ना गंगा की ना रजीनी
पानी में होई सभे खाड़ा जी
छटी के बोली जाए कारजी सुनी
देदी हे डंड पिया जाते चली छटी घाटे
भली ये संया दौरा माथे चली छटी घाटे
पर फैक्टी परिमिस्टूजियो मत्ते हाडे
देरे भाईल देरे जानी करी रंग्रा घारे
पर दीपा प्रेमी राउर डेगना ही बढ़े
एची
देरे भाईल देरे जानी करी रंग्रा घारे
पर दीपा प्रेमी राउर डेगना ही बढ़े
आंगना में पोसिया भाग राईजी
जोड़े जोड़े होथिया राख खाईजी
छटी माई करी हे भाग लाईजी
दुखवा बलया भाग जाईजी
बिलिबेक जी साचे बात आईजी
दवरू किसानी बड़े साथे चली छटी घाटे
उखिया हम ले लेनी हाथे चली छटी घाटे