भईया हो
यही चैत के महीना में
अन्जनी भईया
एगो नया नया
औरत के
होली के पहले गावना हो के आयेलवा
उनकर पती होली बिता के
भीहाने भईला बचायित के पहले के दिन चल जाता रहे
उनकर मेहरारू
भीहान भईला उनका के फोन करके कहता रही
कैसे कहता रही भावबाद
कि फगुआ बीता वला जैसे
और चैत बीता जा राजा
घरे आजा
भगुआ बीता वला जैसे चैत बीता जा राजा घरे आजा
भईले बाँ चल बा गावना की खाजा राजा घरे आजा
भगुआ बीता वला जैसे चैत बीता जा राजा घरे आजा
भईले बाँ चल बा
गावना की खाजा राजा घरे आजा
रोह ही की रोहे ना तो कहे कोई लगावना
मन ही न भावे हमरा कोई न खिलावना
ना तो देवा रवो कहिए धरे लिखी पाजा राजा घरे आजा
अब हीले
बाँ चल बा गावना की खाजा राजा घरे आजा
अब हीले बाँ चल बा गावना की खाजा राजा
घरे आजा
भानू पला मुझ्यान कर तुन नदानी
कतन दीन मिले ना भईल
सिजी आके मजा राजा
घरे आजा
अब हीले बाँ चल बा गावना की खाजा राजा घरे आजा
भगुआ भी तवला जैसे शोहित पिता जा राजा घरे आजा
अब हीले बाँ चल बा गावना की खाजा राजा घरे आजा
अब हीले बाँ चल बा गावना की खाजा राजा घरे आजा