चेत बई साख जेठ गर्मी के महिनवा पोरांबलमवा हो चला सूते खरी हनवानीक न लागे गरवा दुवरिया नीक न लागे अटरियाखायल पियल मुझे नीक न लागे नाहे भाईस जरियाबाद के मोटरी लेके चलम हम सतु वापिस नवाबलमवा हो चला सूते खरी हनवानीद के मारे आंक पिराला मिले के मारे छकियाएक तो बापी गर्मी के जिनवा दुझे बेरन रतियासाडी भी जल चोलिया भी जल मोर जो बनवाबलमवा हो चला सूते खरी हनवाअब ही तो मोरी बारी उमरिया सुनवा ऐसन जवानीगर्म के मारे फूके तहिया टप टप चूए बानीमजा जवानी के चल के लूटामाना मुर्क हनवा बलमवा हो चला सूते खरी हनवाखरी हान में चल के सूता अजरस बिनिया दुलाईआख मुस्काई दिल मिल जाई मन के आस पुराईलेके आक वरिया में सुत्वाहो इचा मिलन वा बलमवा हो चला सूते खरी हनवा
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật