फागुन में सबहन के दारू पियाईवु
कि भावजी के दर्वाजा के किली तुडवाईवु
छक्केली भावजी छोहल जवानी के रङवाईव
धोली के दिना छक्केली भावजी छोहल जवानी के रङवाईव
छोहल जवानी के रङवाईव
धोली के दिना छक्केली भावजी छोहल जवानी के रङवाईव
धोली के दिना छक्केली भावजी छोहल जवानी के रङवाईव
भावजी के काई से छुके न पाए
अज नहीं गमा के बोली हो मरिदा छोहल जवानी मचावेनु गरिदा
होली में हम राके चाहि जहीं होली में
कहे छक्केली भावजी छोहल जवानी के रङवाईव
फळ्डिए के धीना छक्केली भावजी छोहल जवानी के रङवाईव
anguard
खोली में काही छक्केलु भावधी, आनंसले तुतु रंग बाई
खोली के दिना छक्केली भावधी, चाल
जावानिते रंग बाई