पाद्रिक्वजी, सुन्ने
पहले तो कहते थे हम ये मरते हैं
तो बोलो जान क्यों उशक करते हैं
अच्छा बाता वतानी
बोलो पहले तो कहते थे हम ये मरते हैं
तो बोलो जान क्यों उशक करते हैं
तो कापरी प्यार की हूँ तुझे लाखों में से चूनके
हाप
हमर वतानी हमर वतानी
रणनात धूनके तुर कॉल रिकावी सूनके हमर
वतानी रणनात धूनके तुर कॉल रिकावी सूनके
बात काट दिला भेबागाला लागाता निज के होगी हाँ भेबागाला भरोसा करा
आज जब जोनती तो मुहाप का नहीं करती ये दादा
आरहे पढ़े के मुरा उम्ही रभाले पढ़ाटी ये दादा
सुना
करो हम भरोसा या खेमून के हमर वतानी रणनात धूनके तुर कॉल रिकावी सूनके
भैना पंदेल ते माईल साफ़ कादा सोनाया सोना हमारा के नापकादा
बात बुज़ाता नो
तबे खते सुघरलोई की प्यार हमारा अंधा हो गए
चातिला बात उरेके सालालोई की संके धान्धा हो गए
जया की ज़्यानी न दिए के ले का illuminatmotes Aur Rishi Om Eas the