तो जो की के काना भाप, तो जो की के काना भाप, अधर पूला ते जाना जाप
अमोई निकमा के धाका से, अचला तो हके घुमा दिन दूचाका से
अमोई निकमा के धाका से, अचला तो हके घुमा दिन दूचाका से
दें दूचा का से कवन बाट परेसानी नहीं खूँ चलते रानी की इहिजद घट जाता
जब वही ठीला धार के बलवा पूले टप उलट पूलट जाता
राजा लेली ना सुझू कि के करवा पूले टप उलट पूलट जाता
चला या रामे से पूलट चला ये वो खेतर
ते खोड़ी घान रानी तो हो के भूमाई
बाइक पहावा फ़र फ़र लागेला
लचकेला राजाओ तो डोर लागेला
गिंगी से पकड़ला कोरी
चलल जाई ना दिके मोरी
तो हर रुप मना भटे जाता
सुने जब वही ठीला
छाने के बना बाह्बुलीत पह
उलट पुलट जाता
राजा ले ले न सुझू के कि बना बाहूलीत पह
उलट पुलट जाता
बाधिला बाल गोरी साड़ी पोगे निला
होटल बोल हल चोला बाजारे से के निला
लाली लिपिस्टिक खराब हो जाई
सवदा बनाव सब एकार हो जाई
सर धाबा तो हरा जोमन
सगर पुरे है अपमन
सर वेशिको हो ता
जब वही ठीला जार के बला बाबूले टपा
उलट पुलट जाता
राजा लेली न सुझू की के करा बाबूले टपा
उलट पुलट जाता