खंडिया कड़ा के किरट तोन मुँहों आंगे
सोजगा सुरज बादरा की छा होएगी
फिर दोनों आगे आता मेरा चा होएगी
मिठी मिठी बूंद रहे ओस की परण
एक दूसरे के प्यार मेरे अपरथों आँगे
बड़ा खंडिया कड़ा के किरशाल की बुकर मरे दोनों हो आगे
बड़ा खंडिया कड़ा के किरशाल की बुकर मरे दोनों हो आगे
सरद हावा के हाइले मांगे न जारे
रगोदी मैं उठा कतना छाती का लगा लूँ, बादियां के दोनु हाँ पजाड होवेंगे
पड़ा की रोट मैं बैठके, अंबुर में बैठके
में पड़ा खर्ली या खळा के किरशाल की बुकल मेरा दोनु होवेंगे
पड़ा खर्ली या खळा के किरशाल की बुकल मेरा दोनु होवेंगे
परफिले से इलाका मैं पड़ेगा
पड़ जागा डाका मौसम रंगीन हो जागा
हो सारी काडले भड़क ओड़ा ठंडी सी सड़क
एलबी की गैल तेरा सीन हो जागा
बरफिले से इलाका मैं पड़ जागा डाका
मौसम रंगीन हो जागा
हो सारी काडले भड़क ओड़ा ठंडी सी सड़क
एलबी की गैल तेरा सीण हो जागा
छानडनी सी जाटे की रात में
शिंबला में मुती से फिरो आगे
भड़ा ठंडिया गड़ा के कीरे शाल की भूकल
मेरा दोन मुहंगे
भड़ा ठंडिया कड़ा के कीरे शाल की भूकल
मेरा दोन मुहंगे
पड़ा थंडिया कड़ा के किरे शाल की बुकल मेरा दुन होंगे