वुद्ध गोतम का
सत्य और शांती के आदर्श हमना भुळाए
सत्य और शांतिः के आदर्श हम नबुलाए
ध्यlively यत्वेन्योंड करता है
त्रीशरन मंत्र ये मुक्से निरंतर उचारो
मंत्र हे चेतना द्वारे रिदै के उभारो
वोह को त्याग से क्रोध को सयन्स मारो पेर को
प्रेम से प्रेम के पथ पर उतारो प्रेम आत्मा के उठ़ान सतापक प्रेम
प्रेम गोतम के निर्वान सापक,
मन दर्पन हम प्रेम से निर्मल बनाए।
बुद्ध गोतम का गोतम का संदेश जग को सुनाए।
सत्य और शान्ति के आदर्श हम ना भुलाए।
बुद्ध गोतम का गोतम का संदेश जग को सुनाए।
तत्वचिन्तन में नश्वर्य एश्वर्यत्यस्दो,
रोधिकी शाहं गोतम के चर्णन में रखदो।
शील में पंचशील,
थवतै में धढडकन में भरदो। बुद्ध का तत्वज्ञान जीवन के कनकन में भरदो।
विसा सूली पे चड कर अमर है,
प्रान बापू गवा कर अमर है,
भीम गोतम को पा कर अमर है।
तुन उत्तम हम बुद्ध का जीवन बनाए। बुद्ध
गवतम का गवतम का संदेश जग को सुनाए।
सत्य और शांति के आदर्श हम ना भुलाए।
बुद्ध गवतम का गवतम का संदेश जग को सुनाए।
बुद्ध गवतम का गवतम का संदेश जग को सुनाए।