अमीत बाल्याण
हर्याणा पंजाब मैं तेरे नाम की दैशत होरी से
यूपी राज सधान की सारी पुलिष यार नैटोरी से
रे होरी से सिकताई सी तरी नाचे से
करणाई सी धिन रात फिरे से
खाकी बीटर बार सुटे टामे
बारे सुट के ओटर होगे शील चुगर दैप ओटर
होगे तेरे यार के फोट्टू छपके चार सटे टामे
रे लोगे उतर गे सड़काँ फेरे ठटीकल
कलमाच गे
खोफ बढ़ा तरां गामा मैं शेहरों मैं अलचल माच गई
गोर्मेंट से एक्सन मैं मैं जानू नोटिस जारी से
जिनदा हो या मुर्ता हो बस पकड़न की फुल त्यारी से
दिल्ली तक किया बात पूछगी बिलकुल हाथ हो हाथ पूछगी
खब्र फेल गी तेरी मेरा यार संटेटा मैं
मारे सूट के ओटर फोड़ होगे ,
सील चुगर देप ोडर फोड़ होगे
तरے यार के फोटन चफ़ गे च्यार संटेटा मैं
परसूट के ओडर होगे,
सील चुगर दैपो डर होगे,
तरे यार के फ़ोटू छपगे चार सटे टाम है
हो क्यूंकर बच्चें भाजेंगार सब रूडा पैना केस है,
ये सारे भी तर गेर दियें रहें जितने तेरे लडा केस है,
सर्विस करी बंदुकां की मैला बिद्धा कहते लखड़ा,
के गबराना जान मेरी जब जीन जुलाना गे लखड़ा,
के है री लाठर दादा सैंशो,
हूरों लिया जादा सैंर,
तेरे नाम कहो रहा सैंपर चार स्टेटा मैं,