नमः शिवाई
बोलो रे भाई बंबं बंबं बंबं ।
शिवेकी होते क्यों घबर्याएं प्रत्यों।
शिव के होते क्यों गबराए शिव शिव रत हर गम
बोलो रे भाई बंपं बंपं बंपं बंपं
बोलो रे भै बंपं बंपं बंपं
बोलो रे भै बंपं बंपं बंपं बंपं
मितेंगे जीवन से सब गम
बोलो रे भै बंपं बंपं बंपं बंपं
विदे ये जीवन से सब गंदू
शिव ही दाता शिव ही विदाता जग के तारण हार शिव
पीन लोक को पार करते जग के तारण हार शिव
पीन लोक को पार करते जग के तारण हार शिव
नमः शिवाई ओ नमः शिवाई
जिनके सिर पे हाथ हो शिव का उकाल भी उनसे डरता है
बाल नवा का होता होसका जिनकी ये रक्षा करता है
जिनकी ये रक्षा करता है
छोड़ जगत में विर्थ बटकना आजा प्यार शिव की शरण
बोलो रे भाई बंबं बंबं बंबं बोलो रे भाई बंबं बंबं बंबं बंबं
जिनकी ये रक्षा करता है
कर्द जीवन शिव को तमर पितर सारी कष्ट निवारेंगे वो।
भव सागर से पार करेंगे विग्री तेरी सवारेंगे वो।
शिव के नाम किरतनिल गाले खामले शिव के चरण।
बोलो रे भाई बंबं बंबंबं बोलो रे भाई बंबं बंबं बंबं बोलो रे भाई बंबं बंबं बंबं बंबं।
विदेगे जीवन से सब हम।
बुलुर भाई बंबं बंबं बंबं
विदेगे जीवन से सब हम।