बोलो ओम नमशिबाई गुरुजी सदा सहाई
बोलो ओम
नमशिबाई
गुरुजी सदा सहाई
गुरु मंत्र को भजता जादू काहे इसे भुलाई
बोलो ओम
नमशिबाई
गुरुजी सदा सहाई
गुरु मंत्र को भजता जादू काहे इसे भुलाई
बोलो ओम नमशिबाई गुरुजी सदा सहाई
बोलो ओम
नमशिबाई गुरुजी सदा सहाई
बोलो ओम
नमशिबाई
गुरुजी सदा सहाई
गुरु मंत्र को भजता जादू काहे इसे भुलाई
बोलो ओम नमशिबाई
गुरुजी सदा सहाई
बोलो ओम नमशिबाई
गुरुजी सदा सहाई
लाज़ शर्म हो नैन कमल निर्मलवाणी
धके रहेंगे
केश अधर मुस्कान मनी
बोलो ओम
नमशिबाई
गुरुजी सदा सहाई
गुरु मंत्र को भजता जादू काहे इसे भुलाई
बोलो ओम
नमशिबाई
गुरुजी सदा सहाई
हात रहे सेवा में सदा गुरुभक्ति कर
हात रहे सेवा में सदा गुरुभक्ति कर
पल पल हिरदे में तू शुभ चेतना भर
बोलो ओम नमशिबाई
गुरुजी सदा सहाई
बोलो ओम नमशिबाई
गुरुजी सदा सहाई
तू काहे इसे भुलाई बोलो ओम नमशिबाई
गुरुजी सदा सहाई
बोलो ओम
नमशिबाई
गुरुजी सदा सहाई
पगपगडगडग भरेगा तू गुरुप्रांगण में
पगपगडडडडडड भरेगा तू गुरुप्रांगण में
सेवा भाव भरेगा मन के आंगण में
बोलो ओम नमशिबाई गुरुजी सदा सहाई
गुरु मंत्र को भजचा जा तू काहे इसे भुलाई
बोलो ओम
नमशिबाई
गुरुजी सदा सहाई
पाव तेरे शुब ढूंडेंगे स्थान सदा
पाव तेरे शुब ढूंडेंगे स्थान सदा
बनेगी तेरे भी जग में पहचान सदा
बोलो ओम नमशिबाई गुरुजी सदा सहाई
गुरु मन्त्र को भजचा जा तू काहे इसे भुलाई
बोलो ओम नमशिबाई
गुरुजी सदा सहाई
बोलो ओम नमशिबाई
गुरुजी सदा सहाई
हर मजबूर गरीबों पे दिल धडकेगा
सबके मदद करेगा तू दिल तरसेगा
बोलो ओम
नमशिबाई
गुरुजी सदा सहाई
गुरु मन्त्र को भजचा जा तू काहे इसे भुलाई
बोलो ओम
नमशिबाई
गुरुजी सदा सहाई
बोलो ओम नमशिबाई
गुरुजी सदा सहाई
गुरु की भगती से सद गुण आ जाते हैं
बैकुंध का धाम वही पा जाते हैं
बोलो ओम
नमशिबाई
गुरुजी सदा सहाई
गुरु मन्त्र को भजचा जा तू काहे इसे भुलाई
बोलो ओम
नमशिबाई
गुरुजी सदा सहाई
बोलो ओम नमशिबाई
गुरुजी सदा सहाई
तू भी हिरदै को पावन कर ले दत्ता
गुरु बिना जग में कैसे हिले पत्ता
बोलो ओम नमशिबाई
गुरुजी सदा सहाई
गुरु मन्त्र को भजचा जा तू काहे इसे भुलाई
बोलो ओम नमशिबाई
गुरुजी सदा सहाई
बोलो ओम नमशिबाई
गुरुजी सदा सहाई