बोला बोला छाठी मय्या की जेबितल जाता रोगो के बिरा सूर जलालीदेखाई देहोना बितल जाता रोगो के बिरा सूर जलालीदेखाई देहोना बितल जाता रोगो के बिरा सूर जलालीबितल जाता रोगो के बिरा सूर जलालीबितल जाता रोगो के बिरा सूर जलालीदेखाई देहोना बितल जाता रोगो के बिरा सूर जलालीदेखाई देखाई देखाई देखाईदू दिन के भुखलत्वा, अभवले के ख़ड़ा, कोई इंतजर्ति वही रुदी सूरुज बबा, वीना के अरजी सोवी कालि कालि, कालि देखाई देखोना।वीना के अरजी सोवी कालि कालि, कालि देखाई देखोना।गाराति मुलोग करें इंतजर्ति वही रुदाली देखाई देखोना।