मडयत मडसही।
मडःत मडसही।
प्याजुए
क्यों ढोलेदा क्यों मायेदा किला कराऊ मैंत लक्वारी।
बिसमिला कराऊ
बिसमिला कराऊ
मडःत मडसही।
असत चुनिके यार बनाया शाओ कहन्दा
खवर के रामुल लगदा इननो कहन्दा
असत चुनिके यार बनाया शाओ कहन्दा
खवर के रामुल लगदा इननो कहन्दा
सद ता ओ मायी सरदा जोहे
तुझ भी होवे ओ सद प्याजुए
क्यों ढोलेदा क्यों मायेदा
गिला कराऊ मैं तलक्वारी
बिसमिला कराऊ
मडःत मडःत सही यार जोहे
चंगे हो वन्यात हर कोई सद दाए ता यो सारा शर मेरे नल लड़दाए
चंगे हो वन्यात हर कोई सद दाए ता यो सारा शर मेरे नल लड़दाए
सारे अतो बदापन का जोहे तुझ भी होवे ओ सद प्याजुए
क्यों ढोलेदा क्यों मायेदा गिला कराऊ मैं तलक्वारी बिसमिला कराऊ
बिसमिला कराऊ मडःत मडःत सही यार जोहे
असत चुन के यार बनाया शाओ कांदा
खवर के रामुल लगदा इनन लोकांदा
असत चुन के यार बनाया शाओ कांदा
खवर के रामुल लगदा इनन लोकांदा
सडद ता ओ माई सडदा जोहे
कुझ भी होवे ओ सद प्याजुए
क्यों ढोलेदा
क्यों मायेदा
गिला कराऊ मैं तलक्वारी
किस मिला कराऊ
मरा हीता मरा सहीया जोहे
कुझ भी होवे ओ सद प्याजुए
कुझ भी
होवे ओ सद प्याजुए