बहडा जो तनते रखले हो बानी
दीहल तोहर उपहार के
दरदे जोदाई अब ना सहाई
कैसे तो जैबू बिसार के
दिबू बिसारे
बड़का घरा नके लाड़ो
तुपारी हो जैबू जे पराया धल जीवा जारी हो
तुपारी हो जैबू जे पराया धल जीवा जारी हो
अपना करम से काही धरम से अखिया से पढ़ा निहार के
दरदे जोदाई अब ना सहाई
कैसे तु जैबू बिसार के
बोलहनी बिछा के चुम ले रहो हमरा नैना के
कैसे भुला दिदी ना वहो दिल के चैना के
इसनु अंकित से नाता बप्रित के
रिस्तानी भाई हो दुला के
बोलहनी बिछा के चुम ले रहो हमरा नैना के
कैसे भुला दिदी ना वहो दिल के चैना के
इसनु अंकित से नाता बप्रित के
रिस्तानी भाई हो दुला के
दर्दे जुराई अब नात हाई
कैसे तु जैबू बिसार के
बाडा जातन ते रखले हम बानी
दी हल तो हर उपहार के
दर्दे जुराई अब नात हाई
कैसे तु जैबू बिसार के