बैरी बेचारी सक्खियां ये काली काली रतियां
साय से बागकर बीते ये जागकर सपनों की आँस में अख्यां
साया खड़ा बिन बतियां रे बिन बतियां
बिन बतियां रे बिन बतियां
रस्ता खड़ा बिन बतियां रे बिन बतियां
बिन बतिया बिन बतिया रे बिन बतिया
साया खड़ा बिन बतिया रे बिन बतिया
बिन बतिया रे बिन बतिया
बिन बतिया बिन बतिया रे बिन बतिया
दिन भी गए आज ऐसे तैसे सोचों में गुजरे ऐसे
खिड़की से जाक कर देखें ये रात भर
किरनों की आसमें अखियां
रस्ता खड़ा बिन बतिया रे बिन बतिया
बिन बतिया रे बिन बतिया
रस्ता मुड़ा बिन बतिया रे बिन बतिया
बिन बतिया रे बिन बतिया
साया खड़ा बिन बतिया
बिन वतिया रे बिन वतिया रे बिन वतिया
यू बुझ रहा है जल बुझ रहा है जलने लगा है फिर से जला है
यू बुझ रहा है जल बुझ रहा है जलने लगा है फिर से जला है
किरनों से बर गई सारी अखी देखु सारी अखीआं सारी, सारी अखीआं
सारी, सारी अखी
नन्नी सी छोटी ये प्यारी अखी प्यारी प्यारी अखी
किरनों से भर गई सारी अखी देखो सारी अखी
सारी सारी अखी
छोटी सी नन्नी ये प्यारी अखी
प्यारी प्यारी अखी