मातल या नहर्या में साब कोछ भोला ये ला राजा जीमातल या नहर्या में साब कोछ भोला ये ला राजा जीबिली में किली लगा के हिलैला राजा जीमातल या नहर्या में साब कोछ भोला ये ला राजा जीपालं से हमरा निकलल चारा चर के साउन हाँएके रात में राजा कैला काई राउनहम के उठा के कोरा में बुलैला राजा जीहम के उठा के कोरा में बुलैला राजा जीबिले में किली लगा के हिलैला राजा जीअपना गाड़ी से मरला सईया जी ऐसें टकरकैसे कहीं ये रजव आवा ता हम के चकरदावी के एक सिलेट और पिकब धराईला राजा जीदावी के एक सिलेट और पिकब धराईला राजा जीबिले में किली लगा के हिलैला राजा जीजायी हम कैसे बहरी लगा तब भड़ी लाज होरात के सारा ड्रामा देखले बयाद और आज होजोस में आके हो सराज भुलैला साइया जीबिले में किली लगा के हिलैला राजा जी