बिजली हूँ मैं सब बिजली बलखा के जब भी निकलीलोगों के दिल में मचली चमकू इधर तभी चमकू उधर मैं चाहे जिधर लहराबिजली हूँ मैं सब बिजली बलखा के जब भी निकलीलोगों के दिल में मचलीलोगों के दिल में मचलीलोगों के दिल में मचलीसूरज है मेरी पायल रुक जाओ जहां भी मैं होती है वहां हल चलगादल है मेरा आचल सूरज है मेरी पायल रुक जाओ जहां भी मैं होती है वहां हल चलबिजली हूँ मैं सब बिजली बलखा के जब भी निकलीनिकली लोगों के दिल में मचली चम्पू इधर तभी चम्पू दर में चाहे जिरल लहराराहों पे दमकती हूँ पर हाथ नहीं आती दुनिया की निगाहों को मैं और भी तरसातीराहों पे दमकती हूँपर हाथ नहीं आती दुनिया की निगाहों को मैं और भी तरसातीबिजली हूँ मैं तो बिजली बल खाओ के जब भी निकली लोगों के दिल में मचलीचम्पू इधर तभी चम्पू दर में चाहे जिरल लहराहोगा पेशिशों पर लेकिन यह रही हैचेकन अगला फिर मिलेंगे अगले तुम में रहने लिया हैअगले पैम को वीत रहना हागी बच्चे अपने खई रहे तेरे में ouiआओगे तुम कहां तक अब मेरे साथ चलके ठस जाओगे दिवानों रह जाओगे मचलकेबिजली हूँ मैं तब बिजली बल खाके जब भी निकली लोगों के दिल में मचलीचम्पू इदर तब चम्पू उदर मैं चाहे जिरल लहराओकर दो