भरवी
भरवी रे भरवी रामसानी बिजबार
जवानु रानु जा मन थाये वारमवार
एरो माने रबरु मलवू से मन मो थाये वो
विचात जाऊ जाऊ रे जाऊ बाबाना धर्बार
है मै तारी से खदीज भरवी बाबारी नी भी
है मारा रणु जाना
रोमसाये आप्यो रे रुजगार
ए जाऊ जाऊ रे जाऊ धनीने धर्बार
वस्ति करे वातो आतो चोई रे न जाले अर्वाना दे हिन्दवो पीर आशीवियाले
निजादारी न कलंग आत जेनो जाले पुजारी अम पिर न पासा पडे न कुई काले
सुधारे बगडेली बाजी करवा अमने रे राजी
सुधारे बगडेली बाजी करवा अमने रे राजी
परन न पीर तमने खमार जाजी
जाउँ जाउँ जाउँ बाबना दर्बार
इते श्रशोन के मारे रोमा धनी ने शेमेर
ने शरकार जाउँ जाउँ जाउँ
बाबना दर्बार