एबबब
है ना आओ
अग का बोले
बिहारी
खा बे
तब टबडाख टबडाख मारेंगे ना
हम मैं बिहारी थोड़ा लिमिट में रहेंगे
कट्टा दिखाइंगे तो बाब-बाब कहेंगे
दियाँवा चोट मेरा आप नहीं सइएगा
हम मैं भी आड़ी थोड़ा लिमिट में रहेंगे
का संचे
यूटी से आड़ी वा धुनिया पे भारी वा
शर्चा भी जाड़ी वा
हमरे रंगदारी वा
मूझ नहीं पाईएगा कितना भेस अठा रखे उमर में 36 को केस है
अपने पे आयेस थोधी नहीं पाईएगा हम मैं
भी अड़ी थोड़ा लिमिट में रहेंगे का
हाँ लिमिट में रहेंगे का भेजाँ में घूईमना सपनाया है
है सुनाव
प्राप्राओ माद बबुआ बड़े बड़े लोग नहीं बोले
हम्रा ढर से निकली ले जब हम काटा लेके घर से
हमें विहारी थोड़ा लेमिट मा रही येगा
हमें विहारी थोड़ा लेमिट मा रही येगा
औपडा भी गड़ה साइमगा
हमें पिहारी हैं,
बहारी हैं
ऐसा तबड़ा ग बज़ांगे हम जन जन packaged golf
प्रस्तुप पर ज़िना जाएगा बेट्टा
जिलो