जन मरा मुर्या
तो पाता नहीं होतू कहाल हैं बिहार में
देख जाधा रंगडारी नकर तो ये कुल लगे बोद कुल रंगडारी करन छुट जीता हूँ
छी छोरा आदिमे
एगे एगे एने सुन कौची कहा हैं छी छोरा
अपने हाप पहेन के घुमा ये हमरा छी छोरा कहा हैं
और कौची बोला ही रंगडारी के बात करते ही बोला
एजे ही यो और देख वो के कौची का भावा लेता हूँ
अगे धमा की कौची देहें गे छाउडी यो हम तोयाद
धमा की कौची देहें गे छाउडी यो हम तोयाद
इभी हाद होगे पगली एहा बच्चा बच्चा रमादा
चर्हला निके गरमी तो रंदे बहुं सभे जाद
इभी हाद होगे पगली एहा बच्चा बच्चा रमादा
अगे खुनमे हो बवगरमी गे जानमी तहना परमी गे घुमो
ही पेनी के हाद पच्चाओरी खुदे ही तुतवे सरमी गे
अगे खुनमे हो बवगरमी गे जानमी तहना परमी गे घुमो
ही पेनी के हाद पच्चाओरी खुदे ही तुतवे सरमी गे
अगे तोरोशे निमन निमन ये हाँ कहला जा होगा बाद
अगे लेही बोला कौनो यार के चाहे तुह फ़ाटार
के डरवाओ ना डरलीयो पबो रख देवो फाटार के
अगे बोलूँ चाउ्हनमां मिथ्वुनमAngel छाउणी करका हो कहुंत जा
देहा सब हो बवना मदार