रे भोड़ी मने और नहीं कुछ भावे
भोड़ी मने और नहीं कुछ भावे
भाँग गुटावे तो भाँग गुटावे
रे भोड़ी मने और नहीं कुछ भावे
भोड़ी तु तेली भाँग गुटावे
भाँग बिना तने कोन या सरता
तीन लोक का मैं करता धरता
भाँग बिना तने कोन या सरता
तीन लोक का मैं करता धरता
बोले मत बाता मैं बहकावे
रे भोड़ी मने और नहीं कुछ भावे
बोले तु तेली भाँग गुटावे
दिन भर चादर ताड़ के सोवे
हांका मेरे असर ना होवे
ओ भोले कुणे नीद से तने जगावे
रे भोली मने और नहीं कुछ भावे
ओ भोले तु ते डेली भांग घुटावे
इकली पड़ी रहूं धूने पैर
ओ भोले तने ख्याल मेरा नहीं
ओ भोले तने ख्याल मेरा नहीं
रे भूली मन और नहीं कुछ भावे
ओ भूले तु ते डेली भांग घुटावे
तास के लाश ने सब पेरा सै
जानू सूगो तास मेरा सै
ओ भूले तेरी माला रोज फिरावे
रे भूले मन और नहीं कुछ भावे
ओ भूले तु ते डेली भाँग घुटावे
रे भूले मन और नहीं कुछ भावे
ओ भूले तु ते डेली भांग घुटावे
पुता बेश