ना भंगिया गुटे तुम्हारी सिल बट्टा तोड़ बगाऊ मैं
जो ना माने भोले जी तो अपने पीहर जाओ मैं
ना भंगिया गुटे तुम्हारी सिल बट्टा तोड़ बगाऊ
मैं जो ना माने भोले जी तो अपने पीहर जाओ मैं
ना भंगिया गुटे तुम्हारी सिल बट्टा तोड़ बगाऊ
मैं जो ना माने भोले जी तो अपने पीहर जाओ मैं
सुबह साम दिन रात यो भोले मन गणी तताओ ऐसे
जो एक बर चली गई तो ना लोट के वापस आऊँ मैं ना भंगिया गुटे तुम्हारी
सिल बट्टा तोड़ बगाऊ मैं जो ना माने भोले जी तो अपने पीहर जाओ मैं
जो ना माने भोले जी तो अपने पीहर जाओ मैं
गौराजी इस जगडे का एक आज शलूशन मैं करदूँ
इव ते पाथ शै भंगिया नै कद तू घोटे कद मैं घोटूँ
गौराजी इस जगडे का एक आज शलूशन मैं करदूँ
इव ते पाथ शै भंगिया नै कद तू घोटे कद मैं घोटूँ
सच कहूं आज ते पाथ शै ना तन्ने घणी सताऊं मैं
ना भंगिया गुटे तुम्हारी सिल बट्टा तोड़ बगाऊ मैं
जो ना माने भोले दि तो अपने पीहर जाऊं मैं
जाणूँ सु तर चालिया ने पहले तारे ते घुटवाऊं
ओडर मार बैठ जधान पे मैं इकले घोटी जाऊं