सावन का मस्त महिना
अपनी सकी सहिले से क्या कहने लगी
आये भोले नाथ के
सुन्दर सुन्दर भजने एंडी जे मीजिक के माध्यम से
जिसको गाया है भाई बिर्जे सौरकाने
इस तरह से भोले बाबा से क्या कहने लगी
सुनेंगे
भोले बाबा के मेले में मैं तो जाओंगी
सखीयो के संग में हर के उमंग में
कावड लियाओंगी
कावड लियाओंगी
भोड़े बाबा के मेड़े में मैं तो जाओंगी
भोड़े बाबा के मेड़े मैं मैं तो जाओंगी
आया है प्यारा सावने
नागे है बड़ा मन भावने
खोले के दरीसन करे के मन हो जांबड़ा पावने
मन हो जांबड़ा पावने
मन हो जांबड़ा पावने
जोत जलाके सीस जुकाके उन्हें जाओंगी भोडे बाबा के मेडे में मैं तो जाओंगी
लाखों तो नरी और नारी भोडे की कांवड ल्याते
भोडे की कांवड ल्याते
गंगोत्री कने खल में कोई
हरी द्वारे बीचे
हरी द्वारे भी जाते
मन हो दिवाना देंगे नजिराना
मैं दिखलाओंगी
भोडे बाबा के मेडे में मैं तो जाओंगी
भोडे बाबा के मेडे में मैं तो जाओंगी
हरी द्वारे भी जाते
अजरा मरे अभिनासी
मेह सभी पे वो करते
बगतो की खाली जोड़ी इस पर में बोड़े भरते
एक पल में बोड़े भरते
करते ना वादा भरते हैं व्याधा
साथ निभाओंगी भोड़े बाबा के मेड़े में मैं तो जाओंगी
दास के लास भी हर पली नाम उनही कही गाता
करता है उनकी ही पूजा जोड़ा है चर्णों से नाता
जोड़ा है चर्णों से नाता
जोड़ा है चर्णों से नाता साथ निभाते फजन बनाते
मैं भी गाऊंगी बोले बाबा के मेले में मैं तो जाऊंगी
सखीयों के संग में हर के उमंग में कामड लियाऊंगी
बोले बाबा के मेले में मैं तो जाऊंगी
बोले बाबा के मेले में मैं तो जाऊंगी
बोले बाबा के मेले में मैं तो जाऊंगी
बोले बाबा के मेले में मैं तो जाऊंगी
बोले बाबा के मेरे में मैं तो जाओंगी